लखनऊ (क़ौमी आगाज़ ब्यूरो)
उत्तर प्रदेश ओलिंपिक संघ के सचिव आनंदेश्वर पांडेय गहरे विवाद में फंस चुके हैं। इंटरनेट पर अलग-अलग महिलाओं संग उनकी कई तस्वीरें वायरल हो चुकीं हैं। फोटोज इतनी आपत्तिजनक है कि उसे हम भी आपको जस की तस नहीं दिखा सकते। अब बदनामी के साथ-साथ आनंदेश्वर पांडेय का करियर भी दांव पर नजर आ रहा है। सीएम पोर्टल में उनकी शिकायत दर्ज हो चुकी है। इस मामले को लेकर कार्यालय क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी केडी सिंह बाबू स्टेडियम ने जिला अधिकारी को पत्र भी लिखा है। पत्र में लिखा गया विकास यादव के द्वारा अवगत कराया गया है कि उत्तर प्रदेश ओलंपिक संघ के सचिव आनंदेश्वर पांडे केडी सिंह बाबू स्टेडियम लखनऊ में निवास कर रहे हैं। बगल में ही गर्ल्स हॉस्टल है। एक फोटो में तो आनंदेश्वर पांडेय भारतीय टीम के किट में नजर आ रहे हैं। इससे राज्य और देश दोनों की छवि खराब हो रही है। मीडिया से बातचीत में आनंदेश्वर पांडेय ने इसे षडयंत्र बताया। साथ ही आईओए के कुछ पदाधिकारियों पर छवि धूमिल करने का भी आरोप लगाया। साथ ही पांडेय ने लखनऊ पुलिस कमिश्नर से सोशल मीडिया पर छवि खराब करने की शिकायत भी की है। इस बारे में पांडेय का आरोप है कि भारतीय ओलिंपिक संघ के कुछ समय में चुनाव होने वाले हैं, जिसमें वह भाग लेने वाले हैं, लेकिन संघ के कुछ पूर्व व मौजूदा पदाधिकारियों ने उन्हें बदनाम करने के इरादे से साजिश रची है। आनंदेश्वर पांडेय लंबी दूरी के राष्ट्रीय धावक रह चुके हैं। बतौर हैंडबॉल खिलाड़ी अपने करियर की शुरुआत करने वाले पांडेय ने पहली बार 1977-78 में हैदराबाद में हुई राष्ट्रीय प्रतियोगिता में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधत्व किया था। बाद में प्रदेश स्तर पर राज्य खेल संघों के साथ मिलकर से कुश्ती, हॉकी, फुटबॉल, एथलेटिक्स की नेशनल-इंटरनेशनल प्रतियोगिताओं का सफलतापूर्वक आयोजन भी किया। यूपी सरकार ने 2016 में उन्हें यश भारती पुरस्कार से नवाजा था।