नई दिल्ली (क़ौमी आगाज़ ब्यूरो) आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया ने दिल्ली नगर निगम में 6000 करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप लगाया है। आरोप लगाते हुए सिसोदिया ने सीबीआई जांच की मांग भी की है। सिसोदिया ने अपने ट्वीट में लिखा है कि दिल्ली नगर निगम में 6000 करोड़ टोल-टैक्स घोटाले की जाँच सीबीआई से कराए जाने के लिए उपराज्यपाल साहब को पत्र लिखा है। रोज़ाना दिल्ली में आने वाले करीब 10 लाख कमर्शियल वाहनों से लिया गया पैसा मिलीभगत से खा लिया गया। सिसोदिया ने उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना के पत्र में लिखा है कि दिल्ली में हर रोज 10 लाख कमर्शियल वाहन आते हैं और उनसे पैसे लिए जाते हैं, लेकिन एमसीडी को ये पैसे नहीं मिल रहे हैं। आप सरकार में आबकारी मंत्रालय संभाल रहे उप मुख्यमंत्री ने पिछले सप्ताह पूर्व एलजी पर आबकारी नीति को लेकर अपना रुख बदलने का आरोप लगाया था। कहा गया था कि तमाम शर्तें लगाकर नॉन-कंफर्मिंग क्षेत्र में शराब की दुकानें खोलने से रोक दिया गया। यह भी कहा गया था कि पूर्व एलजी के इस निर्णय से कुछ लाइसेंसधारियों को फायदा हुआ, जबकि दिल्ली सरकार को हजारों करोड़ का नुकसान हुआ। दिल्ली के पूर्व उप राज्यपाल अनिल बैजल ने आबकारी नीति को लेकर उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की ओर से लगाए गए आरोपों को निराधार बताया है। बैजल की ओर से जारी बयान में मंगलवार को कहा गया कि खुद को बचाने के लिए इस प्रकार के आरोप लगाए जा रहे हैं। बैजल ने अपने बयान में इन आरोपों को पूरी तरह से झूठा करार देते हुए कहा कि अपने और सहयोगियों के कृत्यों और गलतियों को छिपाने के लिए बहाना खोजा जा रहा है और झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं। यह आरोप और कुछ नहीं सिर्फ अपने आप को बचाने की हताश कोशिश है। अपने बयान में पूर्व एलजी ने कहा कि उन्होंने कई मौके पर आप की सरकार की ओर से किए गए गैर-कानूनी फैसलों के बारे में बताया था, जिन्हें फाइल में संशोधित किया जाना था। नॉन कंफर्मिंग क्षेत्र में शराब की दुकानों को नहीं खोले जाने के मुद्दों पर उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर उन्होंने अपने संवैधानिक दायित्वों को पूरा किया है।