Wednesday, December 6, 2023
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लखीमपुर खीरी में 75 घंटे का महा आंदोलन। इतिहास को बचाने के लिए एक बड़े आंदोलन की ज़रूरत : राकेश टिकैत

लखीमपुर खीरी।(क़ौमी आग़ाज़ ब्यूरो)
यूपी के लखीमपुर में खीरी कांड को लेकर सयुंक्त किसान मोर्चे के 75 घंटे के धरने में दूसरे दिन भी सिर्फ किसान मोर्चा के प्रतिनिधिमंडल ने जेल में बंद चार किसानों से मुलाकात की। इससे पहले किसान नेता राकेश टिकैत ने मंच से किसानों को संबोधित करते हुए ऐलान किया कि आंदोलन लंबा चलेगा और किसान इसके लिए तैयार रहें। आंदोलन कब और कहां होगा, इसकी जानकारी किसानों को दे दी जाएगी। राकेश टिकैत ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री पर हमला किया। साथ ही कहा कि उन्हें जेल में होना चाहिए।
लखीमपुर खीरी में सयुंक्त किसान आंदोलन के दूसरे दिन मंच से किसान नेता राकेश टिकैत ने किसानों को संबोधित किया। टिकैत ने कहा कि खीरी कांड में जो हुआ है, उसके बारे में सब जानते हैं। मंच से एक बार फिर से राकेश टिकैत ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी की बर्खास्तगी की मांग जोरशोर से उठाई। आरोप लगाया कि मंत्री 120 बी के आरोपी हैं। उन्हें जेल में रहना चाहिए। टिकैत ने कहा कि यूपी और उत्तराखंड में किसानों से जमीन छीनने का प्रोग्राम चल रहा है और किसान संगठन सरकार की इस साजिश को पूरा नहीं होने देंगे।
राकेश टिकैत ने प्रशासन पर भी आरोप लगाया कि यहां मंडी स्थल पर इंतजाम मुकम्मल नहीं करा पा रहा है। राकेश टिकैत ने मंच ऐलान किया कि किसान यहां से अपनी नाराजगी लेकर जाएंगे। हम खीरी कांड और अजय मिश्र टेनी का नाम लगातार लेते रहेंगे। टिकैत ने कहा कि किसान कमजोर होगा तो सरकार हावी हो जाएगी। मंच पर संबोधन के बाद राकेश टिकैत समेत किसान नेताओं का प्रतिनिधिमंडल जेल में निरुद्ध चार किसानो से संयुक्त किसान मोर्चा का 10 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल,तिकोनिया कांड में जेल में बंद किसानों से मिलने पहुंचा। प्रतिनिध मंडल में दर्शनपाल,राकेश टिकत, जोगेंद्र सिंह अग्रहन,सुरेश कोट,तेजिंदरविर्क,आशीष मित्तल,मनजीत सिंह राय,गुरमीत सिंह मंगत,मनजीत सिंह राजू,रिचा सिंह शामिल है।
यहां लखीमपुर खीरी में 75 घंटे के आंदोलन में शामिल होने आते हुए भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा था कि विरोध में उठने वाली आवाज़ों को सरकार तानाशाही तरीके से दबा रही है। स्पष्ट है कि सरकारें तानाशाही की तरफ बढ़ रही है। इसी क्रम में विपक्ष को भी ख़त्म किया जा रहा है। विपक्ष खत्म होगा तो देश को गर्दिश में जाने से कोई नहीं रोक पाएगा। ऐसे संगठनों को भी तोड़ा जा रहा है जो सरकार के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाते हैं। किसान नेता ने एक बातचीत में कहा कि जनता को तैयार रहना होगा। देश को एक बड़े आंदोलन की और ज़रूरत पड़ने वाली है। उन्होंने कहा कि जनता भी हम ही हैं और किसान भी हम ही हैं और नौजवान भी हम ही हैं। सरकार मनमानी कर रही है। किसानों को इस बार भारी नुकसान है सरकार मुआवज़ा नहीं दे रही है। अब तक कोई ऐसी कार्यवाही नहीं हुई जिससे किसानों को लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि यह देश के इतिहास को ख़त्म करना चाहते हैं। हम सभी लोग अपने इतिहास को बचाने के लिए बड़ी कोशिश करनी पड़ेगी इसके लिए एक बड़े आंदोलन की ज़रूरत पड़ेगी।

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