नई दिल्ली।(क़ौमी आगाज़ ब्यूरो)
राजस्थान के झुंझुंनू के रहने वाले और एनडीए उम्मीदवार जगदीप धनखड़ की बंपर जीत के साथ ही वह देश के उपराष्ट्रपति बन गये हैं। संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा के कुल 780 में 725 मतदाताओं ने वोट डाले। यानी कुल 92.94% मतदान हुआ। इसमें 710 यानी 97.93 प्रतिशत वोट वैध पाए गए। इनमें 528 वोट पाकर जगदीप धनखड़ ने जीत दर्ज की। उप-राष्ट्रपति चुनाव के रिटर्निंग ऑफिसर उत्पल कुमार सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी घोषणा की। इस तरह देश के उपराष्ट्रपति के रूप में जगदीप धनखड़ का चयन हो गया है जो सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के उम्मीदवार थे। वहीं विपक्षी दलों की संयुक्त उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा सिर्फ 182 वोट हासिल कर पाईं और यह चुनाव हार गईं। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल रहे जगदीप धनखड़ को भाजपा, जेडीयू, अपना दल (सोनेलाल), बीजेडी, बसपा, एआईएडीएमके, वाईएसआर कांग्रेस, लोक जनशक्ति पार्टी, एनपीपी, एमएनएफ, एनडीपीपी, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (अठावले), शिवसेना (शिंदे गुट), अकाली दल जैसे दलों का समर्थन मिला। जगदीप धनखड़ राजस्थान के झुंझुंनू के रहने वाले हैं। उनका पैतृक घर झुंझुंनू के किठाना गांव में है। परिणाम आने के साथ ही गांववालों ने जश्न मनाना शुरू कर दिया है। उपराष्ट्रपति चुनाव में धनखड़ की जीत तय मानी जा रही थी। उनके पैतृक घर में धनखड़ की दादी समेत सभी परिवारवालों ने जश्न की तैयारियां पहले से ही शुरू कर दी थीं। गांव वाले राजस्थानी गीतों पर झूम रहे हैं। जगदीप धनखड़ की जीत के बाद बधाइयों का तांता लगा हुआ है। विपक्ष से उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा को कांग्रेस, एनसीपी, वामदल, नेशनल कॉन्फ्रेंस, समाजवादी पार्टी, डीएमके, आरजेडी, आम आदमी पार्टी, टीआरएस, झामुमो का समर्थन मिला। शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट ने भी अल्वा का समर्थन किया। शिवसेना सांसद संजय राउत अल्वा की नामांकन प्रक्रिया में भी शामिल हुए थे। हालांकि, शिवसेना के ज्यादातर सदस्य एनडीए के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ के साथ रहे।