नई दिल्ली (क़ौमी आग़ाज़ डेस्क)
इस्राइली सेना का कहना है कि फ़लस्तीनी चरमपंथी समूह की धमकियों के जवाब में उन्होंने गाज़ा पट्टी के कुछ ठिकानों पर हमला किया है। गाज़ा के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक हमलें में कम से कम आठ फ़लस्तीनी मारे गए हैं, इनमें एक बच्चा और एक फ़लस्तीनी इस्लामिक जिहाद (पीआईजे) का एक व्यक्ति शामिल है। गाज़ा स्थित पीआईजे ने मध्य इसराइल पर बमबारी करके पलटवार करने की धमकी दी थी। इसराइल के प्रधानमंत्री यायर लैपिड ने कहा कि इसराइल, “आतंकवादी संगठनों को एजेंडा निर्धारित करने की अनुमति नहीं देगा।”
उन्होंने कहा, “जो कोई भी इसराइल को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करेगा, हम उस तक पहुंच जाएंगे. हमारे सुरक्षा बल इस्लामिक जिहाद आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे ताकि इसराइल के नागरिकों को ख़तरे को दूर किया जा सके।” इसराइल डिफेंस फ़ोर्स ने कहा कि यह पीआईजे से जुड़े ठिकानों पर हमला कर रहे हैं। इनमें गाज़ा शहर का फ़लस्तीन टावर भी शामिल है, जहां एक ज़ोरदार विस्फोट हुआ है।
हाल के दिनों में, इसराइल ने गाज़ा सीमा पर रहने वालों के लिए सुरक्षा इंतज़ाम कड़े किए थे। सड़कों को बंद किया गया था और पीआईजे के हमले की चेतावनी जारी कर कहा गया था कि उनका उद्देश्य नागरिकों और सैनिकों पर हमला करना है। पीआईजे ईरान द्वारा समर्थित है और इसका मुख्यालय दमिश्क, सीरिया में है। यह गाज़ा में सबसे मजबूत चरमपंथी समूहों में से एक है। यह कई हमलों के लिए ज़िम्मेदार रहा है, जिसमें रॉकेट-फायर और इसराइल के खिलाफ गोलीबारी शामिल है।
