दिल्ली (क़ौमी आगाज़ ब्यूरो)
बड़ी मुश्किल से सत्तारूढ़ पार्टी ने महंगाई पर चर्चा कराई और उसके बाद ये कहकर कि महंगाई है ही नहीं सारे मामले का पटाक्षेप करने का प्रयास किया है। भारतीय जनता पार्टी के सांसद जयंत सिन्हा ने सोमवार को कहा कि देश में विपक्ष को महंगाई ढूंढने से भी नहीं मिल रही है क्योंकि महंगाई है ही नहीं। उन्होंने लोकसभा में नियम 193 के तहत महंगाई पर चर्चा के दौरान टिप्पणी की। कांग्रेस नेता राहुल गांधी सहित कई विपक्षी नेताओ ने इस बयान पर पलटवार किया है। और जयंत सिन्हा के उस बयान पर तंज कसा है, जिसमें भाजपा नेता ने संसद के अंदर कहा था कि विपक्ष को महंगाई इसलिए नहीं दिख रही, क्योंकि महंगाई है ही नहीं। इस पर कांग्रेस पार्टी के राहुल गांधी ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार आंखों पर अहंकार की पट्टी बांधकर अपने मित्रो को भारत की संपत्तियां फ्री फंड में बेच रही है। राहुल गांधी ने दावा किया कि देश की जनता परेशान है, लेकिन सरकार एक कि अहंकारी राजा’ की छवि चमकाने के लिए अरबों रुपये फूंक रही है। राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि अमृतकाल के जश्न में मगन भाजपा सरकार ने सदन में कह दिया कि, देश में महंगाई है ही नहीं। ख़ैर, इन्हें महंगाई दिखाई कैसे देगी? आंखों पर अहंकार की पट्टी बांध कर, मित्रों को फ्री फंड में देश की संपत्ति जो बेच रहे हैं। राहुल गांधी ने जनता को संबोधित एक फेसबुक पोस्ट में कहा कि खुद को अकेला मत समझना, कांग्रेस आपकी आवाज़ है, और आप कांग्रेस की ताक़त। तानाशाह के हर फ़रमान से, जनता की आवाज़ दबाने की हर कोशिश से हमें लड़ना है। आपके लिए, मैं और कांग्रेस पार्टी लड़ते आ रहे हैं, और आगे भी लड़ेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ आज देश में किन मुद्दों पर विचार-विमर्श होना चाहिए, यह आप अच्छे से जानते हैं क्योंकि सरकार की हर ग़लत नीति का असर आपके जीवन पर पड़ रहा है।’’ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘संसद के इस मानसून सत्र में हम सरकार से जनता के सवालों के जवाब मांगना चाह रहे थे, लेकिन आप सब ने देखा कि कैसे सरकार ने विपक्ष के लोगों को निलंबित करवाया, हमारे द्वारा विरोध करने पर हमें गिरफ़्तार करवाया, सदन स्थगित करवाया, और कल जब चर्चा हुई भी तो सरकार ने साफ कहा कि ‘महंगाई जैसी कोई समस्या है ही नहीं’! उन्होंने दावा किया, ‘‘देश बेरोज़गारी की महामारी से जूझ रहा है, करोड़ों परिवारों के पास स्थिर आय का कोई साधन नहीं बचा। लेकिन सरकार सिर्फ़ एक ‘अहंकारी राजा’ की छवि चमकाने में अरबों रुपये फूंक रही है।’’ राहुल गांधी ने कहा, ‘‘महंगाई और ‘गब्बर सिंह टैक्स’ आम आदमी की आय पर सीधा प्रहार है। आज की वास्तविकता यह है कि आम इंसान अपने सपनों के लिए नहीं, बल्कि दो वक्त की रोटी के लिए संघर्ष कर रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह सरकार चाहती है कि आप बिना सवाल किए तानाशाह की हर बात को स्वीकार करें। मैं आप सबको विश्वास दिलाता हूं, इनसे डरने की और तानाशाही सहने की ज़रुरत नहीं है। ये डरपोक हैं, आपकी ताकत और एकता से डरते हैं, इसलिए उसपर लगातार हमला कर रहे हैं। अगर आप एकजुट हो कर इनका सामना करोगे, तो ये डर जाएंगे।’