नई दिल्ली (क़ौमी आगाज़ ब्यूरो )
संसद के मानसून सत्र में 14वें दिन की शुरुआत भी हंगामें के साथ शुरू हुई। केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग, नेशनल हेराल्ड दफ्तर को सील किए जाने, महंगाई व बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर विपक्षी दलों ने सदन में हंगामा किया। इसके बाद राज्यसभा व लोकसभा की कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया।
सदन में कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने कहा कि देश में भयानक ‘राज’ चल रहा है। यहां संसदीय प्रणाली है। हम कानून का पालन करने वाले नागरिक हैं, लेकिन जब संसद का सत्र और नेता विपक्ष (मल्लिकार्जुन खड़गे) बहस में भाग ले रहे हैं, तब ईडी उन्हें 12:30 बजे तलब कर रहा है, क्या बात है।
ऐसा ही हुआ जब संजय राउत को गिरफ्तार किया गया, उन्होंने अभी तक संसद को सूचित नहीं किया है। लोकतंत्र को सुरक्षित रखने के लिए संसद सदस्यों के लिए विशेषाधिकार मौजूद है। लेकिन यह सरकार लोकतंत्र बिल्कुल नहीं चाहती। हम डरे नहीं हैं, हम इससे लड़ेंगे, हम कायर नहीं हैं। कल का विरोध महंगाई और बेरोजगारी पर है। हम इसे पूरे भारत और संसद में करेंगे।
यंग इंडिया के दफ्तर पर ईडी की कार्रवाई को लेकर विपक्ष के सांसदों ने लोकसभा में जोरदार हंगामा किया। दो बार स्थगन के बाद सदन की कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई, विपक्ष के सांसद हंगामा करने लगे। इसके बाद लोकसभा को कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
राज्यसभा में कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने ईडी की कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया है। उन्होंने पूछा कि क्या ये सही है कि संसद सत्र के दौरान किसी सांसद को ईडी के द्वारा नोटिस भेजना। खड़गे ने कहा कि मुझे भी आज दोपहर 12.30 बजे ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया है। मैं कानून का पालन करना चाहता हूं, लेकिन जब संसद सत्र चल रहा हो तो क्या उनके लिए समन करना सही है? क्या पुलिस के लिए सोनिया गांधी और राहुल गांधी के आवासों का घेराव करना सही है? हम डरेंगे नहीं,हम लड़ेंगे।