नई दिल्ली (क़ौमी आगाज़ ब्यूरो )
दिल्ली के नए पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा के सामने राजधानी को अपराधमुक्त बनाने के साथ साथ अनेक चुनौतियां हैं। विशेषकर साइबर अपराध, सड़क पर होने वाले अपराध और राजधानी को किसी भी प्रकार के हमले से सुरक्षित रखना प्रमुख चुनौती होगी। बता दें तमिलनाडु कैडर के आईपीएस अधिकारी संजय अरोड़ा दिल्ली पुलिस के 25वें आयुक्त के तौर पर नियुक्त हुए हैं। पुलिस आयुक्त अरोड़ा के सामने राजधानी में धरना-प्रदर्शन और दंगे जैसे हालात के समय प्रोफेशनल तरीके से पुलिसिंग की चुनौती रहेगी। हालांकि संजय अरोड़ा काफी अनुभवी पुलिस अधिकारी हैं। उन्हें 2004 में सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक, 2014 में विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक, पुलिस विशेष कर्तव्य पदक, आंतरिक सुरक्षा पदक और संयुक्त राष्ट्र शांति पदक सहित अन्य से सम्मानित किया जा चुका है। आईपीएस संजय अरोड़ा ने मालवीय राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, जयपुर से इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री ली है। तमिलनाडु पुलिस में विभिन्न पदों पर काम किया। मुख्यमंत्री वीरता पदक से सम्मानित हुए। स्पेशल टास्क फोर्स के एएसपी रहते वीरप्पन गिरोह के खिलाफ अभियान चलाया और महत्वपूर्ण सफलता हासिल की। वर्ष 1991 में एनएसजी से ट्रेनिंग ली। इसके बाद तमिलनाडु मुख्यमंत्री की सुरक्षा में तैनात रहने वाले विशेष सुरक्षा समूह के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सीआरपीएफ और बीएसएफ में अपनी सेवा दे चुके हैं। आईटीबीपी में 1997 से 2002 कमांडेंट रहे, 31 अगस्त 2021 को डीजी आईटीबीपी बने । दिल्ली पुलिस आयुक्त पद से सेवानिवृत्त हुए राकेश अस्थाना अपने विदाई भाषण के दौरान भावुक होकर उन्होंने कहा कि अभी मुझे और काम करने की इच्छा बाकी थी। राकेश अस्थाना की विदाई के लिए न्यू पुलिस लाइन में विशेष परेड की गई। राकेश अस्थाना ने आखिरी बार पुलिस आयुक्त के रूप में परेड की सलामी ली। इसके बाद उन्हें उनकी कार में बैठाकर औपचारिक विदाई दी गई।
